अजब सी हालत है तेरे जाने के बाद मुझे भूख नहीं लगती खाना खाने के बाद मेरे पास दो ही समोसे थे जो मैंने खा लिए एक तेरे आने से पहले एक तेरे जाने के बाद
कुछ बोलूं तो इतराते बहुत हो जानेमन तुम मुस्कुराते बहुत हो मन करता है तुम्हे डिनर पर बुलाऊं लेकिन यार तुम खाते बहुत हो
जब होता है तुम्हारा दीदार दिल धड़कता है बार-बार आदत से मजबूर हो तुम ना जाने कब माँग लो उधार
मीठी मीठी यादों को पलकों पे सजा लेना साथ गुज़रे लम्हों को दिल में बसा लेना मैं तो बरसों का प्यासा हूँ मेरे दोस्त बिजली आ जाए तो ज़रा मोटर चला देना…
खुदा करे की हमारी दोस्ती इतनी गहरी हो करतूत मैं करूँ और बेईज़ती तेरी हो