Loan Me Interest Pe Bhaari Bachat Kaise Kare?

Loan Me Interest Pe Bhaari Bachat Kaise Kare?
इस ब्लॉग में हम जानेंगे की हमें कितना Maximum Loan लेना है और कितना Maximum Interest Save कर सकते हैं.
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इसके अलावा अगर हम Loan Repayment करते हैं तो हम Interest की कितनी Saving कर सकते हैं. शायद ऐसा भी हो सकता हैं की आप नंबर्स देखने के बाद चौंक भी जाएँ. इस Blog में आपको AssetYogi द्वारा बनाये गए EMI Calculator का लिंक भी दिया जायेगा ताकि आप खुद अपने किसी भी Loan की EMI Payment को आसानी से Calculate कर सकें. इसमें आप Loan Amount, Tenure, Interest Rate और यहाँ तक की ये सब आप किसी भी लोन के लिए डालेंगे तो आपको उसकी पूरी जानकारी मिल जाएगी.
Table of Contents
लोग Loan लेने का Decision कैसे लेते हैं?
लोग ये देखते हैं की किस Loan में Minimum EMI भरनी पड़ेगी. तो, होता ये है की अगर आप EMI Amount कम करते हैं तो Loan Tenure
जैसे कि आप अगर Home Loan की EMI कम करते हैं तो आपका Tenure 25 या 30 साल का हो जाता है. आप खुद इसे calculate करेंगे तो ये आपको सोचने पर मजबूर कर देगा. आप एक बार Compare करके देखिये – Rs. 50 Lakh की Loan Amount है और उस पर 8% का Interest Rate लगता है. ये लोन आप एक बार 30 साल के लिए और दूसरी बार 15 साल के लिए Compare करे तो आपको दिखेगा की Interest में कितना Difference आता है. ये आर्टिकल पूरा पढ़ने के बाद आपको पूरी Knowledge हो जाएगी की आपको ये कैलकुलेशन कैसे करनी है.
इसमें हम ये भी जानेंगे की हमें कितना Maximum Loan लेना है और ज्यादा से ज्यादा Interest Save कैसे करें?
यहाँ पर Home Loan का Example लेकर समझाया गया है क्यूँकि उसकी लोन अवधि ज्यादा होती है तो उसमे Interest Amount Over a Period of Time काफी ज्यादा हो जाती है. Home Loan Tenure करीब 20, 25, या 30 साल का हो सकता है. बाकी इस Calculator का Use आप किसी भी तरह के लोन की कैलकुलेशन के लिए कर सकते हैं. ये कैलकुलेशन हर लोन के लिए Applicable है.
कितना Loan ले सकते हैं?
ये पूरी तरह से आप पर ही Depend करता है कि आप उसकी EMI कितनी आसानी से भर सकते हैं. इसके अलावा कुछ और चीजों पर भी ये Depend करता है जैसे की आप पर पहले से तो कोई और लोन है या नहीं जिसकी EMI आप अभी भी भर रहें हैं. ये आप ही को Decide करना है कि आपको कितनी EMI Amount भरनी है या भर सकते हैं.
इसके लिए एक Thumb Rule भी होता है जो आपको बताता है की आपको कितनी EMI Payment करनी चाहिए. आपके जितनी भी लोन हैं उनकी Total EMI आपकी Monthly Salary का सिर्फ 35% तक ही होना चाहिए उससे ज्यादा नहीं. उदाहरण के लिए मान लीजिये की अगर आपकी Salary 1 lakh रुपए है तो उसका 35% यानी की 35,000 रुपए से ज्यादा की EMI नहीं भरनी चाहिए सारे Loans की Monthly EMI मिलाके.
इसे आप ऐसे समझ सकते हैं कि अगर आपका एक Car Loan चल रहा है जिसकी 5,000/- रुपए की EMI जा रही है और दूसरा Personal Loan चल रहा है जिसकी 4,000/- रुपए की महीने की किश्त जा रही है. तो कुल मिलकर 9,000/- रुपए की Monthly EMI तो पहले से ही आपको देनी पड़ रही है. तो अगर 35,000/- में से 9,000/- Minus करेंगे तो 26000/- रुपए की EMI Home Loan के लिए और भर सकता है. उसी के हिसाब से उसे कितना Loan मिल सकता है Tenure के हिसाब से, वो Calculate किया जा सकता है.
ये सभी कैलकुलेशन आप EMI Calculator से कर सकते हैं. आप EMI Calculator Download करने और EMI calculate करने के लिए Click करें (बिना किसी प्रॉब्लम के कैलकुलेशन करने के लिए EMI Calculator को Download करें, सीधा Google Sheets में changes ना करें.
EMI Calculator Link
EMI Calculator: https://drive.google.com/file/d/1Kv2FoIGdJAnDMw8bGio3pYBz8BsMFuBw/view
Loan Amount को कम करने के लिए Calculation
आइये जानते हैं कि इसकी कैलकुलेशन हमें कैसे करनी हैं. Excel में Calculator खुलने के बाद आप उसमे कोई भी Loan Amount डाल सकते हैं. मान लीजिये कि आपको 40 Lakh Enter करें, Interest Rate मान लीजिये 8% है तो Interest Rate के आगे 8% डालें और Loan Tenure मान लीजिये 25 साल है तो Loan Tenure के आगे 25 डालना है. ये सब डालने के बाद 30,000/- रुपए तक की EMI निकल कर आएगी. तो जो हमने Example लिया था जिसकी Salary 1 Lakh रुपए थी और वो 35,000/- रुपए तक EMI भर सकता था. और मान लीजिये कि उसी ने एक Car Loan लिया हुआ है जिसकी EMI वो 5000/- रुपए भर रहा है तो वो अब किसी दुसरे Loan के लिए करीब 30,000/- रुपए तक की EMI और भर सकता है.

ये जो 40 Lakh की Loan Amount ऊपर ली गयी थी उससे लगभग 30,000/- रुपए ही निकल कर आये हैं. इसका मतलब है कि ये इंसान 40 Lakh तक का Loan आराम ले सकता है.
जितना Loan उससे ज्यादा Interest
अब जानते हैं कि Interest Amount कैसे जान सकते हैं. Loan Amount 40 Lakh, Interest Rate अगर 8% लिया जाए और Loan Tenure 25 साल मान ले तो ये सब डालने के बाद Red Color से Total Interest calculate होकर आएगी. जो यहाँ Interest Amount निकल कर आई है वो है 52 लाख 61 हज़ार. जितना Loan लिया था उससे भी ज्यादा Interest भरना होगा 25 साल में.

अब अगर हम 25 साल को कम करके Loan Tenure को 20 साल कर देते हैं तो Total Interest Amount करीब 40 लाख 29 हज़ार आएगी. जितना Loan है उतना ही Interest. लेकिन ध्यान देने वाली बात ये है कि सिर्फ 5 साल कम करने से सीधा 12 लाख की Saving और EMI में कितना फर्क पड़ा वो भी दिखेगा. पहले 30,000/- थी अब 33,000/- है, सिर्फ 3 हज़ार का अंतर.
यहाँ पर हमें देखा कि 12 Lakh की Saving बड़े आराम से हो गयी अगर उसके पास वो Car Loan जिसकी EMI 5,000/- रुपए भर रहा है, वो ना होती तब वो अपनी EMI को सिर्फ 3 से 4 हज़ार रुपए ही बढ़ा सकता था जिससे काफी ज्यादा फायदा होता Interest Saving में.
लम्बे समय के Loan को जल्दी कैसे ख़त्म करें
अब मान लीजिये कि आज के समय में वो 30,000/- से ज्यादा की EMI नहीं भर सकता है, उसके पास एक Car की EMI भी है जिसके बाद उसकी बिलकुल भी गुंजाईश नही है, वो Loan Tenure 25 साल ही लेना चाहता है, उस केस में भी देख लेते हैं.
अब ऐसा नही है कि वो हमेशा एक जैसी ही Salary कमाता रहेगा, लेकिन लोन की किश्तें Same ही रहने वाली हैं. Loan में इन्फ्लेशन नहीं होता है इस बात का ध्यान रखियेगा. अब Salary जब बढ़ेगी तो उसको में EMI के अंदर भर सकता है, कई बार लोगो को Annual Bonus मिलता है, वो EMI में भर सकते है. Business के अंदर कई बार Lump Sum Payment आती है तो उससे आप Loan Pre-Payment कर सकते हैं.
किसी भी लोन में Pre-Payment के फायदे
इससे होगा ये कि आपका Loan आप समय से पहले ही ख़त्म कर पाएंगे जिसकी वजह से काफी बड़ी Interest Amount आप save कर पाएंगे. जैसे कि उपर जो Loan लिया गया है अगर उसकी Pre-Payment करके आप उसे 25 साल की जगह 10 साल में ही ख़त्म कर देते हैं, तो आप 20 लाख तक की Total Interest Saving कर सकते हैं.
लेकिन किसी भी Loan की Initial Stage यानी की शुरूआती दौर में जितनी ज्यादा Pre-Payment कर सकते हैं तो यही करना फायदेमंद होगा इससे होगा ये कि हम Principle Amount ही काफी ज्यादा हद तक Pay कर देंगे जिससे Interest में ज्यादा बचा पाएंगे.
4 Things to Remember When You’re Worried or Anxious
इसके अलावा एक सबसे बड़ा Reason Pre-Payment का ये भी है कि अगर आपने Home Loan लिया है तो आप उस घर को अपना घर कह सकें. क्यूँकि जब तक आप Loan की पूरी Payment ना कर दें तब तक आपके साथ-साथ बैंक का भी उस पर उतना ही हक है जितना की आपका.
मान लीजिये कि किसी भी वजह से आपकी Job या Business पर कोई Risk आता है और आप Loan की पूरी Payment नहीं कर पाते हैं तो बैंक आपके घर को सीधा Auction में डाल देगा जिसमे घर Market Price से भी कम में बिक सकता है. इस से Bank सबसे पहले अपनी Amount Recover करेगा और उसके बाद थोडा बहुत कुछ बचा तो वो आपको दे देगा. इसीलिए जितना जल्दी हो सके अपने Loan Clear करके अपने सामान के मालिक बनने की कोशिश करें.
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